यूथ नेशन्स
26 जनवरी 2015, सुबह 10:30 का समय, हर विद्यालय से, महाविद्यालय से, विश्वविद्यालय से सभी विद्यार्थियों के कदम इंडोर स्टेडियम अठवालाइंस की तरफ खिंचे चले जा रहे थे. ये सभी विद्यार्थी यहां पहुंचे थे एक रैली में शामिल होने और इस रैली का आह्वान किया गया था यूथ नेशन्स के संचालकों, कार्यकर्ताओं द्वारा, उद्देश्य था, सूरत की जनता को ड्रग्स के नशे की लत और उसके दुष्परिणामों के बारे में जागरूक करने का.
इस रैली में केवल विद्यार्थी ही नहीं वरन सूरत नगर निगम के कमिश्रर श्री मिलिंद तोरवाने, मेयर निरंजन झांझमेरा, स्टेंडिंग कमेटी चेयरमैन नीरव शाह, अतिरिक्त कमिश्रर एस.न कटारा जी, व्यवसायी चंद्रकांत संघवी जैसे लोग भी शामिल हुए थे. लगभग 2000 लोगों की ये रैली इंडोर स्टेडियम से करगिल चौक पर जाकर सभा में तब्दील हो गई जहां सभी कार्यकर्ताओं और विशेषज्ञों ने अपने विचार प्रकट किए.
उड़ान के इस अंक में हम आपके लिए किसी व्यक्तित्व की सफलता की नहीं वरन उन जोश और होश से भरे चार लोगों की बात करेंगे, जिन्होंने समाज को ड्रग्स के बारे में जागरूक करने के लिए एक अभियान चलाया हुआ है. इस अभियान को नाम दिया है यूथ नेशन्स.तीन दोस्तों का समूह है यूथ नेशन्स. विकास चंपालाल दोषी, सैफ अमीन और रजत केडीया तीन अलग पृष्टभूमि के दोस्त पर उद्देश्य एक है ड्रग्स के बारे में समाज को जागरूक करना.
विकास और अमीन से महक ने विशेष मुलाकात की और जाने उनके विचार और उददेश्य .विकास बताते हैं काफी समय पहले हमारा एक मित्र ड्रग्स का शिकार बना था हमने उसमें होने वाले परिवर्तन देखे, धीरे धीरे उसको मृत्यु के नजदीक जाते हुए देखा, बस तभी से हमने निर्णय ले लिया, हम समाज में ड्रग्स की बढ़ती लत के बारे में जागरूकता लाएंगे. इसी प्रयास का पहला कदम था 26 जनवरी को निकली रैली ‘‘से टू नो ड्रग्स.’’
इनका दूसरा प्रयास था वैलेन्टाइन डे यानि कि 14 फरवरी 2015 को उन्होंने समाज के विशेष तबके जो हर परिस्थिति में हर समय समाज की सेवा के लिए तत्पर रहते हैं उन सभी को सम्मानित करना. प्रेम से फूल भेंट कर वेलेंटाइन डे को सही तौर पर सार्थक किया. इन्होंने जिन लोगों को सम्मानित किया उनमें यातायात पुलिस, सफाई कर्मी, १०८ एंबुलेंस ड्राइवर, फायर ब्रिगेड कर्मचारी, बॉर्ड ब्वाय, नर्स शामिल थे.
विश्व नशा दिवस 26 जून पर भी यूथ नेशन्स के द्वारा वी आर मॉल में लगभग दस विद्यालयों के सहयोग से एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसमें ड्रग्स को लेकर विविध विद्यालयों के विद्यार्थयों द्वारा नाटक, नृत्य, आदि कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गई थी.
विकास बताते हैं हालांकि अभी हम अपने मूल उद्देश्य की प्राप्ति से बहुत दूर हैं पर अभी तो हमारी शुरूआत है. हमें लंबे पथ पर चलना है.
यूथ नेशन्स के साथ ग्लैमर जगत की कई हस्तियां भी जुड़ी हुई हैं जो उनके इस कार्य में उनका लगातार साथ दे रही हैं. अपने प्रयासों के लिए उन्होंने तकनीकी का भी सहारा लिया है. यू टूयूब पर उनके कार्यों और संदेश के वीडियो भी हैं तो फेसबुक पर पेज भी. विकास कहते हैं सिगरेट और शराब से ज्यादा खतरनाक है ड्रग्स. सिगरेट और शराब को तो धीरे धीरे समाज में स्वीकार्यता मिल चुकी है लेकिन ड्रग्स इस स्थिति में न आए इसके लिए सभी को एकजुट होकर प्रयास करना होगा.
विकास बताते हैं कि आजकल ड्रग्स गरीब बस्तियों, अमीर लोगों से लेकर विद्यालयों के विद्यार्थियों तक पहुंच बना चुकी है. ड्रग्स लेने वाले की पहचान करना भी मुश्किल होता है परंतु थोड़े से प्रयास से ऐसा किया जा सकता है. ड्रग्स लेने वाले व्यक्ति का व्यवहार अन्य से एकदम अलग हो जाता है. जो उसका प्राकृतिक स्वभाव या प्रकृति है वह उसके विपरीत व्यवहार करने लगता है या तो वह एकदम निष्क्रिय हो जाएगा या अत्यधिक ऊर्जावान, सबसे अलग थलग रहने लगेगा, अत्यधिक आक्रामक व्यवहार हो जाएगा. ऐसे कुछ संकेत हैं जिनसे हम अपने आस पास ड्रग्स ले रहे व्यक्ति की पहचान कर सकते हैं. उसके उपचार के लिए उसे रिहैबिलिटेशन सेंटर ले जाना होगा. आवश्यक है कि स्वयं ड्रगिस्ट में भी ड्रग छोडऩे की इच्छा जगाई जाए. समाज को भी ड्रग्स लेने वाले व्यक्ति को हिकारत की दृष्टि से न देखकर उसके साथ प्रेम से पेश आना चाहिए और उसे समाज की मुख्य धारा में लाने की कोशिश करनी चाहिए.
साल 2015 की तरह साल 2016 में भी यूथ नेशन की टीम ने एक विशाल रैली का आयोजन किया है. रैली सुबह 10:30 बजे एम.टी.बी कॉलेज से पिपलोद के कारगिल चौक तक जायेगी. यूथ नेशन द्वारा आयोजित इस रैली मेँ नगर पालिका कमिश्रर श्री मिलिंद तोरवाने, पुलिस कमिश्रर श्री राकेश अस्थाना, वी.एन.एस.जी विश्वविध्यालय के वी.सी श्री दक्षेश ठक्कर एवं शहर के सभी स्कूल, कॉलेज, गैर सरकारी संस्थाओ के लोग शामिल होंगे. इस कार्यक्रम मेँ लगभग 5000 लोगों के शामिल होने की संभावना है.
यूथ नेशन्स अपने कार्यों में, अपने उद्देश्यों में सफलता प्राप्त करे महक की यही शुभकामनाएं हैं.